प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार के दो रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन: क्षेत्रीय विकास की नई दिशा___

प्रस्तावना

भारत सरकार द्वारा रेलवे ढांचे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई 2025 को बिहार के दो प्रमुख रेलवे स्टेशनों—थावे जंक्शन और पीरपैंती—का उद्घाटन करेंगे। यह उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया जाएगा और यह देशभर में 103 रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण की योजना का हिस्सा है।

थावे जंक्शन और पीरपैंती: बिहार के लिए रणनीतिक महत्व:-

थावे जंक्शन, उत्तर बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है, जबकि पीरपैंती स्टेशन पूर्वी बिहार को पश्चिम बंगाल से जोड़ता है। इन दोनों स्टेशनों का आधुनिकीकरण न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि क्षेत्रीय व्यापार और परिवहन को भी सुदृढ़ करेगा।

उन्नत सुविधाएं: यात्रियों के लिए आधुनिक अनुभव:-

नए रूप में प्रस्तुत किए गए इन स्टेशनों में कई आधुनिक सुविधाएं जोड़ी गई हैं:

  • उन्नत प्रतीक्षालय: यात्रियों के लिए आरामदायक और विस्तृत प्रतीक्षालय।
  • डिजिटल टिकटिंग सिस्टम: तेज और सुविधाजनक टिकट बुकिंग के लिए।
  • सुलभ प्लेटफॉर्म: विकलांग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सुविधाएं।
  • आधुनिक स्वच्छता सुविधाएं: स्वच्छ और हाइजीनिक शौचालय और वॉशरूम।

न्यू इंडिया’ की ओर: रेलवे आधुनिकीकरण का व्यापक दृष्टिकोण:-

यह पहल ‘न्यू इंडिया’ की परिकल्पना के तहत रेलवे ढांचे के व्यापक आधुनिकीकरण का हिस्सा है। इस योजना के अंतर्गत देशभर के 103 रेलवे स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव प्राप्त हो और क्षेत्रीय विकास को गति मिले।

क्षेत्रीय विकास और आर्थिक प्रभाव:-

इन स्टेशनों के उन्नयन से स्थानीय व्यापार, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। बेहतर कनेक्टिविटी से माल और यात्रियों का आवागमन सुगम होगा, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।

निष्कर्ष:-

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा थावे जंक्शन और पीरपैंती रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन बिहार के रेलवे ढांचे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास और आर्थिक सशक्तिकरण को भी प्रोत्साहित करेगी।

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